
यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी का बोलना है कि यूनियन से जुड़े करीब 3500 कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे। इनमें बड़ी संख्या ड्राईवर और कंडक्टरों की है। इस वजह से बस सेवा करीब 80 प्रतिशत तक ठप रहने का अनुमान लगाया गया है। वहीं, 20 प्रतिशत ड्राईवर बसें संचालित करेंगे। अशोक चौधरी का बोलना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, तब तक वह आंदोलन जारी रखेंगे। वहीं, निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि कर्मचारी यूनियन से बातचीत की जा रही है। शीघ्र ही उन्हें मना लिया जाएगा।
हड़ताल समाप्त होगी या लंबी चलेगी
बता दें कि इससे पहले प्रबंधन ने मंगलवार को यूनियन की बड़ी मांग मान ली थी। प्रबंधन ने देहरादून के मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर और ग्रामीण डिपो के प्रभारी सहायक महाप्रबंधक रामलाल पैन्यूली को उनके पदों से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया था। लेकिन यूनियन शेष मांगों को भी पूरा करने की जिद पर अड़ी हुई है। हड़ताल समाप्त होगी या लंबी चलेगी, इसका पूरा दारोमदार आज दोपहर होनी वाली बातचीत पर टिका है। यदि हड़ताल लंबा चलता है तो आम लोगों को उत्तराखंड मे बहुत ज्यादा कठिनाई उठानी पड़ेगी। क्योंकि, उत्तराखंड में आने-जाने के लिए रोडवेज की बसें ही सबसे बड़ा साधन हैं। ऐसे में हड़ताल की वजह से लोगों को एक जगह से दूसरे जगह पर जाना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में पूरा उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र है।