2020 के विधानसभा चुनाव में रीतलाल यादव ने BJP की आशा देवी को हराया था। (फाइल फोटो)
- जेल से MLC का चुनाव जीत चुके हैं रीतलाल यादव
- राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी है नजदीकी
रीतलाल यादव नाम तो आपने सुना ही होगा। खासकर पटना और दानापुर के लोग तो इनसे भली भांति परिचित होंगे। दानापुर के इन विधायक जी पर हत्या, हफ्ता वसूली, अवैध जमीन कब्जा जैसे कई संगीन आरोप हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही उन्हें जमानत मिली थी। सोमवार को बजट सत्र के दौरान रीतलाल यादव सदन की कार्यवाही में भाग लेने विधानसभा पहुंचे थे। प्रश्नकाल में जब उन्हें सवाल उठाने का मौका मिला तो विधायक जी ने कैदियों से जुड़े मुद्दे को उठाया। उन्होंने सजा पूरी करने के बावजूद जेल में बंद कैदियों का मुद्दा उठाया। लंबे समय से जेल में बंद विधायक जी को इससे अच्छा मुद्दा शायद ही कोई मिलता क्योंकि विधायक जी को कैदियो से जुड़े मसले पर अच्छी खासी जानकारी जो होगी।
BJP की आशा देवी को हराया
रीतलाल यादव 2012 के बाद से ज्यादतर समय जेल में रहे हैं। थोड़े-थोड़े समय के लिए पैरोल और जमानत पर निकले जरूर लेकिन इस दौरान भी उन्होंने कुछ ऐसा कर दिया कि चर्चा में आ गए। कोरोना काल में जब उन्हें जमानत मिली तो 40 गाड़ियों के काफिले के साथ सभी SOP को धता बताकर शक्ति प्रदर्शन करने लगे थे। तब ही कयास लगाए जाने लगे थे कि जेल से ही MLC का चुनाव जीतने वाले रीतलाल यादव विधायक चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में रीतलाल यादव ने भाजपा की आशा देवी को 16 हजार से ज्यादा मतों से हराया।
BJP नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या का आरोप
कई सालों से जेल में बंद रहने के बाद भी पूरे इलाके मे इस बाहुबली नेता का वर्चस्व आज भी कायम है और इनके बिना दानापुर और उसके आसपास की राजनीति संभव नहीं है। यह बात रीतलाल ने जेल में रहते हुए चुनाव जीतकर बता दिया। रीतलाल भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के आरोप में जेल में जरूर हैं लेकिन बाहुबल में उनका सिक्का अभी भी चलता है।
लिफाफे में कारतूस भेजकर डॉक्टर से मांगी थी रंगदारी
रीतलाल भले कई सालों से जेल में बंद रहे हों। लेकिन बाहर उसके गुर्गे उनके नाम पर वसूली का धंधा करते हैं। आरोप यह है कि रीतलाल के गुर्गों ने एक कोचिंग सेंटर के मालिक से 1 करोड़ रुपए रंगदारी मांगी थी और पैसे नहीं देने पर जेल से ही सेंटर के मालिक को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। इतना ही नहीं एक डॉक्टर को बंद लिफाफे में जिंदा कारतूस भेजकर भी रंगदारी मांगने का आरोप रीतलाल पर है। बेऊर जेल से रंगदारी मांगने के आरोप लगने के बाद रीतलाल को भागलपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
लालू प्रसाद के खास रहे हैं रीतलाल
बताया जाता है कि रीतलाल यादव RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद के खास रहे हैं। साल 2015 में लालू प्रसाद की पार्टी ने उन्हे RJD के टिकट पर दानापुर से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन पहले चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद जेल में रहते ही रीतलाल निर्दलीय MLC बन गए और अब विधायक हैं।